यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद के पास गुरुवार की रात को हिंसा भड़क गयी जिसके बाद दोनों देश एक दूसरे के आमने सामने आ गए है और अब एक हिंसा बड़े युद्ध की तरफ बढ़ती चली जा रही है और देखना होगा की ये कितना विकराल रूप धारण करता है  हम किसी भी हिंसा का समर्थन नहीं करते ना ही किसी युद्ध को बढ़ावा देना हर किसी को अपने और अपने परिवार की रक्षा करने का पूरा हक़ है 


 इजराइल को भी अपने देश और नागरिको की रक्षा करने का पूरा हक़ है I गुरुवार की हिंसा के बाद हमास से हमले किये जा रहे है जिसका एसएल बड़ी मजबूती के साथ सामना कर रहा है और हमले का जवाब बखूबी दे रहा है  अब ये जानना जरूरी नहीं है की उसके तरह के कितने मरे या इस तरफ के कितने मरे कौन किसपर भरी है जान जान होती है चाहे वो किसी की भी हो परन्तु सभी देश इस आग में घी डालने का काम कर रहे है भले उनसे अपना घर ना संभल रहा हो और भीख मांगने की हालत हो रही हो पर अपना ज्ञान दूसरे देश को देना नहीं भूलते जैसे भले अपने लड़के में लाख दोष हो पर पडोसी के लड़के को ज्ञान देना नहीं भूलते की ऐसा करना चाहिए या ऐसा नहीं करना चाहिए और भले अपने घर में कोई इज्जत ना हो लेकिन बाहर इज्जतदार की पदवी चाहिए होती है   


जो हुआ उसे भूलकर शांति इस्थापित करना चाहिए बिना अपना स्वार्थ देखे नहीं तो ना इधर के बचेंगे ना उधर के तो कोरोना कोरोना किसके साथ खेलोगे, पहले मानवता आती है फिर धर्म मानवता ही नहीं बचेगी तो धर्म भी समाप्त हो जाएगा फिर से प्रकृति को शुरू करना पड़ेगा फिर से बन्दर फिर इंसान और फिर यही लड़ाई की पहले मुर्गी आयी या अंडा और फिर से सब पढ़ना पड़ेगा धुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतकाम देखेगी चलेगा और जल्दी ये सब बंद नहीं हुआ तो सबका टाइम बहुत जल्दी आ जाएगा   


इशलिये इसको भी मानते हो उससे प्राथना को की जल्दी से जल्दी इस आने वाली विपदा को रोक लिया जाए नहीं तो एक देश से कितने देश इसमें कूदेंगे पता नहीं इसलिए ये सब बंद होना चाहिए   

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